वुजू के मकरूहात In Hindi | वुजू को तोड़ने वाली चीजें In Hindi | Popular No.1 | Learn islam In Hindi
वुजू के मकरूहात
(1) वु.जू के लिए नापाक जगह बैठना या नापाक जगह वुजू का पानी गिराना।
(2) आज़ाए वुजू से लोटे वगैरह में पानी टपकाना।
(3) मस्जिद के अन्दर वुजू करना।
(4) पानी में थूकना, नाक सीकना अगरचे दरिया या होज हो।
(5) किवला की तरफ थूकना या कुल्ली करना।
(6) वे जरूरत दुनिया की बातें करना।
(7) ज्यादा पानी खर्च करना। वुजू के मकरूहात
(8) इतना कम पानी खर्च करना कि सुन्नत अदा न हो।
(9) चेहरा पर जोर से पानी मारना।
(10) एक हाथ से मुह धोना कि वह हिन्दूओं (काफिरों) का तरीका है।
(11) गले का मसह करना। वुजू के मकरूहात
(12) बायें हाथ से कुल्ली करना या नाक में पानी डालना!
(13) दाये हाथ से नाक साफ करना। वुजू के मकरूहात
(14) तीन नये पानियों से तीन बार सर का मसह करना।
(15) धूप के गर्म पानी से वुजू करना कि वह बर्स (सफेद दाग) पैदा करता है।
(16) होठ या आंखें जोर से बन्द कर लेना।(17) किसी सुन्नत को छोड़ देना।वुजू के मकरूहात
वुजू को तोड़ने वाली चीजें
(1) पाखाना, पेशाब, वदी, मज़ी, मनी,कीड़ा, पथरी, जो मर्द या औरत के आगे या पीछे के मकाम से निकलें।
(2) मर्द या औरत के पीछे के मकाम से हवा का निकलना। वुजू को तोड़ने वाली चीजें
(3) खून या पीप या पीले पानी का बदन के किसी भी हिस्से से निकलना और बहना, खाना या पानी या सफ़रा का मुह भर कै आना।
(4) इस तरह सो जाना कि दोनों सुरीन अपनी जगह अच्छी तरह न जमे हो।
(5) चित या पट या करवट पर लेट कर सो जाना। वुजू को तोड़ने वाली चीजें
(6) बेहोशी. जुनून गशी और इतना नशा कि चलने में पांव लड़खड़ायें इससे भी वुजू टूट जाता है।
(7) बालिग शख्स का रुकुअ व सुजूद वाली नमाज़ नें इतनी आवाज से हंसना कि आस पास वाले सुन लें।
(8) दांतों से इस कदर खून निकलना कि इससे थूक का रंग सुर्ख हो गया।
(9) दुखती हुई आंख से पानी बहना क्योंकि वह पानी (आंसू) नापाक है, इस तरह कान, नाफ, पिस्तान वगैरह में दाना या नासूर या कोई मरज हो उसकी वजह से जो पानी बहे इससे भी वूजू जाता रहता है। वुजू को तोड़ने वाली चीजें
मसअला : औरत के आगे के मकान से जो खालिस रतूबत निकलती है इससे वुजू नहीं टूटता अगर यह रतूबत कपड़े में लग जाये तो कपड़ा पाक ह
मसअला : आंख में दाना था और फूट कर आंख के अन्दर ही फैल गया बाहर नहीं निकला या कान के अन्दर दाना फूट गया और उसका पानी सुराख से बाहर नहीं निकला तो इन सूरतों में वुजू बाकी है। मसअला : बलगम की कय से वुजू नहीं टूटता चाहे जितनी भी हो। वुजू को तोड़ने वाली चीजें
मसअला : मुबाशरते फाहिशा यानी मर्द अपने आला को तुन्दी की हालत में औरत या मर्द की शर्मगाह से मिलाये या औरत औरत बाहम मिलायें बशर्ते कि दरमियान में कुछ हाइल न हो इससे वुजू टूट जाता है !
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